हमें जिंदगी से कोई शिक़वा कोई शिकायत नहीं तुम मिलो न मिलो हमें कोई फर्क नहीं पड़ा हमें जिंदगी से कोई शिक़वा कोई शिकायत नहीं तुम मिलो न मिलो हमें कोई फर...
अगर पूछते तो क्या बताते नहीं... अपनी हर ग़लती का हिसाब लगाते नहीं... अगर पूछते तो क्या बताते नहीं... अपनी हर ग़लती का हिसाब लगाते नहीं...
प्यार का क्या है! प्यार का क्या है!
और तुम... तुम मुझमें रहकर भी मुझसे जुदा हो। और तुम... तुम मुझमें रहकर भी मुझसे जुदा हो।
बन कर फल कभी थोड़े कच्चे तो कभी थोड़े पक्के, लटकते अधटूटी टहनियों से दिखावी रिश्ते। बन कर फल कभी थोड़े कच्चे तो कभी थोड़े पक्के, लटकते अधटूटी टहनियों से दिखा...
कभी छाँव तो कभी धूप ज़िन्दगी बदले कितने ही रूप ज़िन्दगी, कभी कौवे की कर्कश वाणी सी क कभी छाँव तो कभी धूप ज़िन्दगी बदले कितने ही रूप ज़िन्दगी, कभी कौवे की कर्कश ...